बड़ी कामयाबी! पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंड हाशिम मूसा समेत 3 आतंकी ढेर

श्रीनगर। सोमवार को सुरक्षा बलों ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के लिडवास में हुई एक मुठभेड़ में पहलगाम आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाशिम मूसा को मार गिराया। मूसा भारतीय सेना के ऑपरेशन महादेव में मारे गए तीन आतंकवादियों में शामिल था।
भारतीय सेना ने भी पुष्टि की है कि मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए। हालांकि, सेना ने मारे गए आतंकवादियों की पहचान उजागर नहीं की। सेना की श्रीनगर स्थित चिनार कोर ने X पर पोस्ट किया, “एक भीषण गोलीबारी में तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया है। ऑपरेशन जारी है।”
सोमवार सुबह दाचिगाम इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की विश्वसनीय सूचना मिलने के बाद भारतीय सेना, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त रूप से यह अभियान चलाया। अन्य दो आतंकवादियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। ड्रोन फुटेज में आतंकवादियों के शव दिखाई दे रहे हैं।
यह घटनाक्रम उस दिन हुआ जब संसद के मानसून सत्र में ऑपरेशन सिंदूर पर बहस चल रही थी। विपक्षी नेता केंद्र सरकार पर उन आतंकवादियों को न पकड़ पाने का आरोप लगा रहे थे, जिन्होंने 26 निर्दोष लोगों की जान लेने वाले इस हमले को अंजाम दिया था।
हाशिम मूसा कौन था?
सुलेमान जिसे हाशिम मूसा या मूसा फौजी के नाम से भी जाना जाता है, एक पाकिस्तानी नागरिक था। रिपोर्टों के अनुसार, वह पाकिस्तानी सेना के विशेष बल का पूर्व पैरा कमांडो था। पाकिस्तानी सेना छोड़ने के बाद, वह कथित तौर पर लश्कर-ए-तैयबा (LeT) में शामिल हो गया। वह जम्मू-कश्मीर में गैर-स्थानीय लोगों और सुरक्षाकर्मियों पर हमले करने के लिए ज़िम्मेदार था।
ऑपरेशन सिंदूर
22 अप्रैल को पांच से छह पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने पहलगाम के पास बैसरन घास के मैदान में पर्यटकों पर गोलीबारी की, जिसमें 26 लोग मारे गए। इस आतंकी हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी शिविरों को निशाना बनाकर ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। जब पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई में भारतीय नागरिक और सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की, तो भारत की वायु रक्षा ने हमले को नाकाम कर दिया। 9 और 10 मई की दरम्यानी रात को भारत ने 11 पाकिस्तानी हवाई ठिकानों पर भी हमला किया।