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CG Weather Update: रायपुर समेत कई जिलों में गरज-चमक के साथ मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट, लोगों को दी सतर्क रहने की सलाह….

CG Weather Update: छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी से जूझ रही जनता को मौसम ने कुछ राहत दी है . राजधानी रायपुर, दुर्ग और राजनांदगांव समेत कई इलाकों में शनिवार देर रात से मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आया. सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे और हल्की बूंदाबांदी के साथ गरज-चमक शुरू हो गई . आइए जानते हैं कैसा रहेगा आज के मौसम का हाल.

मौसम विभाग ने रविवार सुबह 7 बजे से 10 बजे तक के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. यह अलर्ट रायपुर, बालोद, धमतरी, दुर्ग, गरियाबंद, कांकेर, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी और राजनांदगांव जिलों के लिए लागू किया गया है . इन इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है. इससे पहले बीते चार दिनों से प्रदेश के सभी पांचों संभागों में यलो अलर्ट जारी था . अब मौसम की गंभीरता को देखते हुए अलर्ट का स्तर बढ़ाया गया है.

तापमान में गिरावट, लोगों को राहत

वर्तमान मौसम परिवर्तन का एक अहम कारण वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और साइक्लोनिक सर्कुलेशन को माना जा रहा है . इसके प्रभाव से राज्य का तापमान औसतन 5 डिग्री तक नीचे आ गया है. शनिवार को दुर्ग का अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो पूरे प्रदेश में सर्वाधिक था. वहीं रायपुर में अधिकतम तापमान 38.6 डिग्री रहा, जो सामान्य से 3.5 डिग्री कम था. रात का न्यूनतम तापमान भी 26.5 डिग्री रिकॉर्ड हुआ.

राजधानी रायपुर में रविवार सुबह से आसमान में घने बादल छाए रहे. बीच-बीच में हल्की बूंदाबांदी के साथ गरज-चमक का दौर चलता रहा . मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों तक इसी तरह का मौसम बना रहेगा.

क्यों बदल रहा है मौसम?

मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर के अनुसार, प्रदेश में सक्रिय साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन की वजह से यह बदलाव हो रहा है. यह ट्रफ लाइन महाराष्ट्र से होते हुए छत्तीसगढ़, झारखंड और बंगाल तक फैली हुई है, जिससे नमी युक्त हवाएं आ रही हैं और बादल बनने की प्रक्रिया तेज हो गई है .

वहीं, वेस्टर्न डिस्टर्बेंस भी सक्रिय है. वेस्टर्न डिस्टर्बेंस भूमध्य सागर और कैस्पियन सागर से होकर अफगानिस्तान, पाकिस्तान होते हुए भारत के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में प्रवेश करता है. यह ठंडी हवाएं लेकर आता है, जो अपने साथ बारिश की संभावना करता है .

बस्तर और सरगुजा में अधिक प्रभाव

मौसम विभाग के अनुसार, बस्तर और सरगुजा संभागों में बिजली गिरने और तेज गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना सबसे अधिक है. इन क्षेत्रों में अगले 4 से 5 दिनों तक ऐसा ही मौसम बना रह सकता है. दक्षिण छत्तीसगढ़ में इसका असर ज्यादा देखने को मिलेगा जबकि मध्य छत्तीसगढ़ में गरज-चमक और बिजली गिरने की आशंका है.

तेज हवाएं और बिजली गिरने की चेतावनी

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले दो दिनों तक प्रदेश के कुछ हिस्सों में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं. गरज-चमक के साथ तेज बारिश और कहीं-कहीं बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं . इसके बाद भी अगले 3 दिनों तक मौसम इसी तरह का बना रह सकता है. हालांकि, उस दौरान हवाओं की रफ्तार थोड़ी कम हो सकती है 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा.

लोगों से सतर्कता बरतने की अपील

मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे तेज हवाओं और संभावित बिजली गिरने की स्थिति में सतर्क रहें. खुले मैदानों, ऊंचे पेड़ों के नीचे या बिजली के खंभों के पास खड़े न हों.

दुर्ग में बारिश के बाद भी बना गर्मी का रिकॉर्ड

दुर्ग जिले में शनिवार को अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री दर्ज किया गया. हालांकि देर रात को गरज-चमक और बारिश होने से गर्मी में थोड़ी राहत जरूर मिली है. न्यूनतम तापमान 24.4 डिग्री दर्ज किया गया, जो औसत से कम था. राजनांदगांव, दुर्ग और उसके आसपास के क्षेत्रों में बादलों का घना जमाव रहा, जिससे रात को तेज बारिश देखने को मिली.

छत्तीसगढ़ में मौसम के बदले इस मिजाज ने लोगों को गर्मी से राहत जरूर दी है, लेकिन तेज हवाओं और बिजली गिरने जैसी आपदाओं से सतर्क रहने की जरूरत है. आने वाले कुछ दिनों तक बारिश की संभावना बनी रह सकती है.

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