2 हिस्सों में बट रही भारत की धरती, कभी भी आ सकता है भूकंप

नई दिल्ली। भूवैज्ञानिकों ने भारतीय प्लेटों के 2 हिस्सों में टूटने का संकेत दिया है। बताया जा रहा है कि इसका एक हिस्सा धरती के मेंटल में धंसने वाला है, इस प्रक्रिया से इलाके के भूवैज्ञानिक परिदृश्य को नया आकार मिल सकता है। अमेरिकन जियोफिजिकल यूनियन में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक भारतीय प्लेट 2 टुकड़ों में विभाजित हो रही है, जो इस इलाके के पूरे भूवैज्ञानिक स्थिति को हमेशा के लिए कोई दूसरा आकार दे सकती है।
स्टडी के मुताबिक तकरीबन 60 मिलियन सालों से यूरेशियन प्लेट से टकरा रही भारतीय प्लेट डेलैमिनेशन नाम की नई प्रक्रिया से गुजर रही है, इस प्रक्रिया में प्लेट का घनत्व वाला हिस्सा धरती के मेंटल में समा रहा है, जिससे प्लेट के अंदर एक दरार पड़ रही है।
डेलैमिनेशन की प्रक्रिया प्लेट की स्थिरता को प्रभावित करती है, इससे इलाके में भूकंप का खतरा अधिक बढ़ जाता है। यूट्रेक्ट यूनिवर्सिटी के जियोलॉजिस्ट डौवे हिंसबर्गेन के मुताबिक टेक्टोनिक शिफ्ट को अंदर से ऑपरेट करने वाली क्रियाएं तेजी से बदल रही हैं। इसे समझ पाना काफी कठिन है।
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के जियोफिजिस्ट साइमन क्लेम्परर ने कहा कि हिमालय टकराव जैसे हाई कंप्रेशन वाले क्षेत्रों में टेक्टॉनिक प्लेट्स कई बार दरारें दिखाती हैं, इन दरारों से धरती की पपड़ी में तनाव निर्माण में प्रभाव डल सकता है, जिससे भूकंप का खतरा रहता है। डेलैमिनेशन की प्रक्रिया इस इलाके में काफी तनाव बढ़ा सकती हैं, जिससे बार-बार तेज भूकंप आता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह प्रक्रिया तिब्बती पठार में दरारें पैदा कर सकती हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि प्लेट्स के दो हिस्सों में विभाजित होने की इस प्रक्रिया का यह प्रारंभिक संकेत है, इस पर अभी और स्टडी की जरूरत पड़ेगी, ताकि इस प्रक्रिया से लंबे समय तक होने वाले प्रभावों के बारे में पूरी तरह समझा जा सके।