तिलक के शतक, अर्शदीप की बॉलिंग के चलते जीता भारत

सेंचुरियन. तिलक वर्मा की पहली टी-20 में शानदार शतक और और डेथ ओवर्स में अर्शदीप की बेहतरीन बॉलिंग के दम पर भारत ने साउथ अफ्रीका को तीसरे टी-20 में पराजित कर दिया। यहां साउथ अफ्रीका ने बॉलिंग चुनी। भारत ने 6 विकेट खोकर 219 रन का लक्ष्य रखा। साउथ अफ्रीका ने भी कड़ी फाइट की। हालांकि, टीम 7 विकेट खोकर 208 रन ही बना सकी और भारत ने मैच 11 रन से जीत लिया।
दरअसल, भारत की ओर से तिलक वर्मा ने 107 और अभिषेक शर्मा ने 50 रन बनाए। साउथ अफ्रीका से केशव महाराज और एंडिले सिमेलाने ने 2-2 विकेट लिए। मार्को यानसन ने 16 गेंद पर फिफ्टी लगाई। वहीं, हेनरिक क्लासन 41 और ऐडन मार्करम 29 रन बनाकर आउट हुए। भारत से अर्शदीप सिंह ने 3 और वरुण चक्रवर्ती ने 2 विकेट लिए।
भारत ने पहले ही ओवर में संजू सैमसन का विकेट गंवाया। तीसरे नंबर पर सूर्यकुमार यादव की जगह तिलक वर्मा बैटिंग करने उतरे। उन्होंने अभिषेक शर्मा के साथ सेंचुरी पार्टनरशिप की। फिर रिंकू सिंह और रमनदीप सिंह के साथ छोटी-छोटी पार्टनरशिप करके भारत को 219 रन तक पहुंचाया। तिलक ने करियर की पहली टी-20 सेंचुरी लगाई, वे 107 रन बनाकर नॉटआउट लौटे। इस प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला।
शुरुआती 2 टी-20 में फ्लॉप रहे अभिषेक शर्मा ने तीसरे टी-20 में तेजी से बैटिंग की। उन्होंने 24 गेंद पर फिफ्टी लगाई और भारत को 9 ओवर में सेंचुरी के पार पहुंचा दिया। वरुण चक्रवर्ती ने तीसरे मुकाबले में 2 विकेट लिए। उन्होंने रीजा हेंड्रिक्स और ऐडन मार्करम को पवेलियन भेजा। हालांकि, वे थोड़े महंगे साबित हुए, जबकि तेज गेंदबाज अर्शदीप ने पावरप्ले में रायन रिकेलटन को पवेलियन भेजा। उन्होंने फिर डेथ ओवर्स में बेहतरीन बॉलिंग की और आखिरी ओवर में 25 रन डिफेंड किए। उन्होंने हेनरिक क्लासन और मार्को यानसन को पवेलियन भी भेजा।
साउथ अफ्रीका के लिए मार्को यानसन ने बेहतरीन डेथ ओवर बॉलिंग की। उन्होंने 19वें ओवर में 13 और 20वें ओवर में 4 ही रन खर्च किए। उन्होंने पारी के पहले ओवर में संजू सैमसन को पवेलियन भी भेजा था। बॉलिंग के बाद उन्होंने बैटिंग में भी कमाल किया। 16 गेंद पर फिफ्टी लगाई और साउथ अफ्रीका को मैच में बनाए रखा, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके। उन्होंने 4 चौके और 5 छक्के लगाकर 54 रन बनाए। मैच में अक्षर पटेल का कैच और मिलर का आउट होना टर्निंग पॉइंट रहा। साउथ अफ्रीका को आखिरी 5 ओवर में 86 रन चाहिए थे। यहां हार्दिक पंड्या बॉलिंग करने आए, उनके खिलाफ डेविड मिलर ने चौथी गेंद पर छक्का लगा दिया। अगली बॉल हार्दिक ने शॉर्ट पिच फेंकी, मिलर ने पुल शॉट खेला और गेंद बाउंड्री के बाहर जाने लगी। यहां डीप मिड-विकेट पोजिशन पर खड़े अक्षर पटेल ने हवा में जंप कर बेहतरीन कैच पकड़ा और मिलर आउट हो गए।
मिलर के साथ क्लासन भी क्रीज पर मौजूद थे। अगर अक्षर कैच नहीं पकड़ते और गेंद 6 रन के लिए चली जाती तो भारत को मैच जीतने में बड़ी मुश्किल होती। आखिर में अर्शदीप ने भी क्लासन और यानसन के 2 बड़े विकेट लेकर भारत को मैच जिताया।
इसके पहले टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी टीम इंडिया ने पहले ही ओवर में सैमसन का विकेट गंवा दिया। उनके बाद तिलक और अभिषेक ने सेंचुरी पार्टनरशिप कर ली। अभिषेक 50 रन बनाकर आउट हुए। तिलक ने फिर रिंकू के साथ 58 रन और रमनदीप के साथ 28 रन की पार्टनरशिप की। तिलक ने 51 बॉल पर सेंचुरी लगाई और टीम को 200 के पार पहुंचाया। वह 107 रन बनाकर नॉटआउट रहे और टीम ने 219 रन बना लिए। साउथ अफ्रीका से एंडिले सिमेलाने और केशव महाराज ने 2-2 विकेट लिए।
220 रन के टारगेट के सामने साउथ अफ्रीका ने पावरप्ले में 2 विकेट गंवा दिए। रायन रिकेलटन 20 और रीजा हेंड्रिक्स 21 रन बनाकर आउट हुए। ट्रिस्टन स्टब्स 12 और ऐडन मार्करम 29 रन बनाकर पवेलियन लौटे। यहां से क्लासन और मिलर ने पारी संभाली, दोनों ने 58 रन की पार्टनरशिप कर टीम को सेंचुरी के पार पहुंचाया।
मिलर 18 और क्लासन 41 रन बनाकर आउट हुए। आखिर में यानसन एक एंड पर टिक गए, उन्होंने 16 गेंद पर फिफ्टी भी लगा दी, लेकिन आखिरी ओवर में आउट हो गए। उनके विकेट के बाद साउथ अफ्रीका 7 विकेट खोकर 208 रन ही बना सका। भारत से अर्शदीप सिंह ने 3 और वरुण चक्रवर्ती ने 2 विकेट लिए।