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वोटर आईडी, राइफलें, चॉकलेट: गृह मंत्री शाह ने पहलगाम के आतंकियों के दिए सबूत

नई दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार, 29 जुलाई को लोकसभा में वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम पर हालिया पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों के पाकिस्तानी मूल पर सवाल उठाने वाली उनकी टिप्पणी को लेकर पलटवार किया। शाह ने कहा कि हमलावरों के “देशी” होने का दावा करके चिदंबरम ने आतंकवादियों और पाकिस्तान, दोनों को “क्लीन चिट” दे दी है।

मानसून सत्र के दौरान जवाब देते हुए शाह ने ऑपरेशन महादेव के दौरान बरामद महत्वपूर्ण सबूतों का हवाला दिया, जिसमें तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया था। शाह ने कहा, “हमारी एजेंसियों ने पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों के पास से राइफलें, चॉकलेट और दो पाकिस्तानी मतदाता पहचान पत्र बरामद किए हैं। इससे उनकी पाकिस्तानी होने की पुष्टि होती है।”

“कल वे (कांग्रेस) हमसे पूछ रहे थे कि आतंकवादी कहाँ से आए थे और इसके लिए कौन ज़िम्मेदार था। बेशक, यह हमारी ज़िम्मेदारी है क्योंकि हम सत्ता में हैं। कल पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम जी ने सवाल उठाया था, इस बात का क्या सबूत है कि आतंकवादी पाकिस्तान से आए थे? मैं उनसे पूछना चाहता हूँ कि पाकिस्तान को बचाकर उन्हें क्या मिलेगा। जब वे ऐसा कहते हैं, तो इसका मतलब है कि वे पाकिस्तान को क्लीन चिट दे रहे हैं।”

चिदंबरम ने पहले जांच में सरकार की पारदर्शिता पर सवाल उठाते हुए पूछा था, “क्या उन्होंने आतंकवादियों की पहचान की है? वे कहाँ से आए थे?, जहां तक हमें पता है, वे स्थानीय आतंकवादी हो सकते हैं।”

आतंकवादियों की पहचान की पुष्टि

शाह ने पुष्टि की कि पहलगाम हमले में शामिल तीनों आतंकवादी सुलेमान, अफगान और जिबरान थे, जो ऑपरेशन महादेव में मारे गए थे। उन्होंने कहा कि “जो लोग उन्हें खाना पहुँचाते थे, उन्हें पहले ही हिरासत में ले लिया गया था,” और जब आतंकवादियों के शव श्रीनगर लाए गए, तो “उन लोगों ने उनकी पहचान की जिन्हें हमारी एजेंसियों ने हिरासत में रखा था।” शाह ने आगे कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उन लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है जिन्होंने आतंकवादियों को शरण दी थी।

फोरेंसिक जांच से पहचान की पुष्टि

जांच के बारे में और जानकारी देते हुए शाह ने कहा कि पहलगाम आतंकी स्थल से बरामद कारतूसों पर फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की रिपोर्ट पहले ही तैयार कर ली गई थी। उन्होंने संसद को बताया, “कल तीनों आतंकवादियों की राइफलें ज़ब्त कर ली गईं और उनका मिलान एफएसएल रिपोर्ट से किया गया।” उन्होंने बताया कि उसी दिन चंडीगढ़ में अतिरिक्त फोरेंसिक जांच की गईं, जिसके बाद यह निर्णायक रूप से पुष्टि हो गई कि “ये तीनों ही वे लोग थे जिन्होंने आतंकी हमला किया था।”

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