एटम बम से भी ज्यादा खतरनाक है एआई

नई दिल्ली। मौजूदा दौर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को काफी बढ़ावा दिया जा रहा है। शिक्षा और नौकरी समेत कई बड़े स्तर पर इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं अब यहूदी इतिहासकार और लेखक युवाल नोआ हरारी ने AI को लेकर एक चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस परमाणु हथियार यानी एटम बम से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है।
सबकुछ तबाह कर सकता है AI
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस न्यूज डॉट इन नाम के एक पेज की ओर से एक वीडियो शेयर की गई है। वीडियो में लेखक AI से जुड़े खतरे के बारे में बातचीत कर रहे हैं, जिसमें उन्होंने कहा कि परमाणु बम बनाने के लिए इंसानों की जरूरत पड़ती है, लेकिन AI के पास खुद से सबकुछ तबाह करने की क्षमता होती है। बता दें कि नोआ हरारी इजरायल के जेरूसलम स्थित हेब्रू यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं। उन्हें ह्यूमन हिस्ट्री और टेक्नोलॉजी से जुड़ी उनकी किताबों के लिए खूब जाना जाता है।
खुद फैसला ले सकता है AI
वीडियो में हरारी हथियारों और AI की तुलना करते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा, एक उपकरण आपके हाथों में एक चीज है। हथौड़ा एक उपकरण है। एक परमाणु बम एक उपकरण है। आप फैसला करते हैं कि युद्ध शुरु करना है और किसे बम से उड़ाना है। यह वहां चलकर खुद को विस्फोट करने का फैसला नहीं करता, लेकिन AI ऐसा कर सकता है।
इंसानों का कंट्रोल हो जाएगा खत्म?
हरारी ने कहा कि परमाणु हथियारों को तैनात करने के लिए इंसानों से फैसले लेने की जरूरत पड़ती है, लेकिन AI सिस्टम अपने खुद के विकल्प चुन सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि AI का इस्तेमाल पहले से ही इंसानों के हस्तक्षेप के बिना युद्ध में किया जा रहा है। उन्होंने कहा, हमारे पास पहले से ही ऑटोनॉमस वेपन सिस्ट हैं, जो खुद फैसला लेती हैं।’ उन्होंने चेतावनी दी कि AI नए हथियारों का आविष्कार करके या यहां तक कि और अधिक एडवांस AI सिस्टम विकसित करके आगे बढ़ सकता है, जिसे इंसान कंट्रोल नहीं कर सकते। हरारी ने चेतावनी दी कि अगर AI को कंट्रोल नहीं किया गया तो यह इंसानों से भी आगे बढ़ सकता है।