
हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस के रहने वाले 23 वर्षीय आकाश नाम के एक लड़के पर धोखाधड़ी से बैंक खाते से 5 करोड़ रुपये निकालने का आरोप लगने के बाद सभी हैरान रह गए हैं, जिसमें उसने शुरुआत में सिर्फ ₹500 जमा किए थे। “माँ चामुंडा स्वीट एंड नमकीन” नाम से कचौड़ी जैसे स्नैक्स बेचने वाली एक छोटी सी दुकान चलाने वाले आकाश ने अपने पिता की मृत्यु के बाद अपने घर की जिम्मेदारी संभाली थी।
कार, बाइक, सोना – रातोंरात बदल गई जीवनशैली
जब आकाश ने अचानक बड़ी रकम खर्च करना शुरू किया तो इलाके के लोगों को शक हुआ। उसने 2.5 लाख रुपये की एक यामाहा R15 बाइक खरीदी, एक थार एसयूवी बुक की और लगभग 3.5 लाख रुपये का सोना खरीदा। उसके पड़ोसी, जो उसे एक साधारण स्नैक्स विक्रेता के रूप में जानते थे, उसकी संपत्ति में अचानक हुई वृद्धि पर विश्वास नहीं कर पाए और अधिकारियों को इसकी सूचना दी।
पुलिस ने जाँच शुरू की, एसओजी टीम ने दखल दिया
सूचना मिलने के बाद हाथरस पुलिस ने मामले की जाँच के लिए एक विशेष अभियान दल (एसओजी) का गठन किया। टीम ने तुरंत आकाश के बैंक लेन-देन, खासकर बैंक ऑफ इंडिया में उसके खाते से जुड़े लेन-देन की जाँच शुरू कर दी। जाँच के दौरान पुलिस को कुछ चौंकाने वाले तथ्य मिले और आकाश को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया। उसका पूरा बयान अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है।
ओवरड्राफ्ट की खामी का इस्तेमाल करोड़ों निकालने के लिए किया गया
पुलिस के अनुसार, आकाश ने मई 2025 में एचडीएफसी बैंक में 500 रुपये से एक खाता खोला था। बाद में उसने 5,000 रुपये का ओवरड्राफ्ट लिया। समय के साथ उसने छोटी-छोटी राशि जमा करके अपनी ओवरड्राफ्ट सीमा बढ़ा दी, और अंततः बिना जमा किए 50 लाख रुपये निकाल लिए। कुल मिलाकर ऐसे नौ लेन-देन के जरिए वह बैंक की ओवरड्राफ्ट प्रणाली का उपयोग करके 5 करोड़ रुपये निकालने में कामयाब रहा।
शेयर बाजार ऐप्स में 3.5 करोड़ रुपये का निवेश
पुलिस का कहना है कि आकाश ने निकाले गए पैसों में से लगभग 3.5 करोड़ रुपये ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप्स के जरिए शेयर बाजार में निवेश किए। बाकी रकम से उसने गाड़ियाँ, सोना और अन्य विलासिता की चीजें खरीदीं। इस बीच तीन बैंक कर्मचारियों की भी जाँच की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उन्होंने आकाश को बैंकिंग नियमों को दरकिनार करने में मदद की थी।
मामला अभी भी जाँच के अधीन है
एक रिपोर्ट के अनुसार, घोटाले की पूरी तह तक पहुँचने की कोशिश जारी है। पुलिस इस बात की जाँच कर रही है कि क्या यह सिर्फ एक चालाक चाल थी या किसी बड़े धोखाधड़ी नेटवर्क का हिस्सा थी। िफलहाल, आकाश हिरासत में है, और यह मामला बैंकिंग खामियों और निगरानी पर गंभीर सवाल खड़े करता रहता है।



